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बच्चा कहाँ खेले / अनिरुद्ध नीरव
Kavita Kosh से
इस मुहल्ले में
नहीं मैदान
बच्चा कहाँ खेले ?
घर बहुत छोटा
बिना आँगन
बिना छत और बाड़ी
गली में
माँ की मनाही
तेज़ ऑटो तेज़ गाड़ी
हाथ में बल्ला
मगर मुँह म्लान
बच्चा कहाँ खेले ?
एक नन्हें दोस्त
के संग
बाप की बैठक निहारे
एक गुंजाइश
बहुत संकरी लगे
सोफ़ा किनारे
बीच में पर
काँच का गुलदान
बच्चा कहाँ खेले ?
खेल बिन बच्चा
बहुत निरुपाय
बहुत उदास है
खेल का होना
बिना बच्चा
नहीं कुछ ख़ास है
रुक गई है
बाढ़ इस दौरान
बच्चा कहाँ खेले ?