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बच्चें खोज रहे थे / ऋतु त्यागी

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बच्चें खोज रहे थे
लापता नदियों के रास्ते
गुम हो गये पहाड़ों के पते
उनकी आँखों में
चमक रहे थे सूरज
और
पैरों में घूम रही थी धरती|