बदरिया सोना झरल / एन्थोनी दीपक
बरखा के आइल बहार बदरिया सोना झरल।
बँसवारी-अमराई, टीला का अरिया
बाजल मृदंग सखो, गूँजल बसुरिया
नयन-नयन कजराइल, मातल नजरिया
लहर-लहर लहराइल, लहँगा चुनरिया
उभर रहल धुरपद-धमार, कजरिया सोना झरल।
गदराइल गमक रहल गम-गम धरतिया
मुस्काइल पिअराइल सूखल परतिया
उमग रहल मोरवा-मारनिया के छतिया
पपिहा बा खोज रहल आपन संगतिया
छेड़ रहल दादुर मल्हार, मछरिया सोना झरल।
लरक गइल दुअरा पर, धउरल बबुनियाँ
हीरा में मोती आ मोती में धनिया
सँपर गइल गवईं के सगरी रोपनियाँ
उतर गइल नदिया के पार, बजरिया सोना झरल।
बदरी-बिसाती के गाँजल टोकरिया
झुलनी-टिकुलिया-लहठिया के चूरिया
जमुनी बदरिया में सपना सेनुरिया
चमक रहल हर छन-पल आसा-बिजुरिया
देखा रहल गहना सोनार, सेजरिया सोना झरल।
फूलल, कदम्ब सखी, लचकल टहनियाँ
नन्दगाँव-मथुरा में पसरल कहनियाँ
फुला रहल जमुना, ई रतिया नगिनियाँ
पलना पर कान्हा के घेरले सुगनियाँ
नन्द आ जसोदा दुआर, दारिया सोना झरल।
गरजल अषाढ़ सखी, बरसल सवनवाँ,
हरियाइल हियरा के सूतल सपनवाँ
छलक रहल भादो में भरल-भरल मनवाँ
फरक रहल अँखिया में अँटकल परनवाँ
बिखर रहल मोती हजार, उमरिया सोना झरल।