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बन जाएगा तू नेता / सूर्यकुमार पांडेय
Kavita Kosh से
बिल्ला बोला-- 'सुन री बिल्ली,
मैं तो चला आज ही दिल्ली!'
बिल्ली बोली-- 'वहाँ न जा,
बन जाएगा तू नेता।'
म्याऊँ-म्याऊँ छोड़ेगा,
भाषण देने दौड़ेगा।
फिर मंत्री-वंत्री बनकर,
तू जाएगा दौरे पर।
सौ-सौ चूहे खाएगा,
मेरी नाक कटाएगा।
तू घूमेगा चारों ओर,
मैं तो हो जाऊँगी बोर!