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बरसगांठ / रेंवतदान चारण

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इंकलाब रै आंगणियै बिखर्योड़ी लोही री बूंदां
कोरौ कूं कूं जांण कदै मत तिलक लगाजौ
भूखा नागा मिनखां रौ भख लेवण वाळां
आजादी री बरसगांठ तौ पछै मनाजौ

आज अलेखूं बातां पूछण आयौ थांसूं
जे दाय पड़ै तौ आंरौ पुख्ता म्यांनौ दीजौ
काया रा पसरायोड़ा सै काचा तांतण
ऊंचै माळै पूग्यां मत मोद भरीजौ
घर में ई बनवास भोगतां बरस बीतिया
पासां री आसा में कद तक धारां धीजौ
म्हांनै जिग में जूंण बाळतां बरस बीतिया
अेकर तौ औ झाळ झेललौ थें ई सीजौ
आडंबर रा ऊंचा महल झुकावण वाळां
खरै मोल री झूूंपड़ियां सूं मत टकरीजौ
इंकलाब रै आंगणियै बिखर्योड़ी लोही री बूंदां
कोरौ कूं कूं जांण कदै मत तिलक लगाजौ
भूखा नागा मिनखां रौ भख लेवण वाळां
आजादी री बरसगांठ तौ पछै मनाजौ

नुंवौ चांनणौ व्हियौ बींनणी आई घर में
सीख बडेरां दीनी इण नै सावळ बरतौ
आप आप रौ खुणौ दबावण खेंचातांणी
बैठौ बापड़ौ घर रौ टाबर भूखां मरतौ
सगळा मोटा राखै सोटा दाकल धमकी
कायौ व्हैग्यौ दंड झेलतां पेटौ भरतौ
जाचक निजरां आसविहूणौ आभौ निरखै
इण धरती रौ अंदाता तौ जीवै डरतौ
औ रांमराज री थोथी बातां भाखण वाळां
हियै राम नै धारौ इणरी साख बचाजौ
इंकलाब रै आंगणियै बिखर्योड़ी लोही री बूंदां
कोरौ कूं कूं जांण कदै मत तिलक लगाजौ
भूखा नागा मिनखां रौ भख लेवण वाळां
आजादी री बरसगांठ तौ पछै मनाजौ

थोथी बातां दही बिलोवौ खाली हांडी
करौ बरस में दो दो उच्छब सांग सजावौ
हाथ जोड़ सब ऊभा रैवै तौ थे राजी
हक मांगण नै आवै उणरै गोळी बावौ
कागद माथै घोड़ा दौड़ै कदै न थाकै
मोटा मोटा सबदां रा मत तोतक ठावौ
पीढ़ी पीढ़ी बाड़ खींच दी खार बीजियौ
चौकूंटां पांगरिया बूंटा घरै लिजावौ
भरी भीड़ में वौ देखौ टाबर ऊभौ है
सोच समझनै हमकै नागा बारै आजौ
इंकलाब रै आंगणियै बिखर्योड़ी लोही री बूंदां
कोरौ कूं कूं जांण कदै मत तिलक लगाजौ
भूखा नागा मिनखां रौ भख लेवण वाळां
आजादी री बरसगांठ तौ पछै मनाजौ