केकरोॅ जे लागलै नजरिया
ससरी के फूटलै गगरिया।
दसगदा कूईयां सावा कोश दूरी
बहसल बटोहिया ताकै घूरी-घूरी
कंकड़ सेॅ भरलोॅ डगरिया
केकरोॅ जे लागलै नजरिया।
गोमों के सोहदा सिसकारी बजाबै
सुनी-सुनी संगों के सखिया लजाबै
हाँस्सी कके बोलै सँवरिया
केकरोॅ जे लागलै नजरिया।
सावन महीना झमा-झाम झरिया
हपकै ले दौड़ै छै गुज-गुज अन्हरिया
‘गुंजो’ के नहीरा खगड़िया
केकरोॅ जे लागलै नजरिया।