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बहुत बार - 2 / पुरूषोत्तम व्यास

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बहुत बार उनको
कविता भेजी
बहुत बार उनको
सरिता भेजी

सबकी सब उन्होंने
लौटा दी
लगता उनको नालीयाँ
पसंद है