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बहुत लंबा जीने पर / वाल्टर सेवेज लैंडर / तरुण त्रिपाठी
Kavita Kosh से
क्या ये बेहतर नहीं है कि एक शुरूआती वक़्त,
अपनी शांत कोशिकाओं में, थका सिर आराम ले ले
जब कि पंक्षी गा रहे हों और जब लता में खिल रही हों कलियाँ,
बजाय कि बाहर जलाई जाए आग और बिस्तर पर मर जाये भूखे?