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बाल पहेलियाँ-5 / दीनदयाल शर्मा
Kavita Kosh से
१.
करो या मरो नारा जिनका,
पहनी हरदम खादी ।
आज़ादी की ख़ातिर जिसने,
अपनी जान गँवा दी ।।
२.
छोटे क़द का बड़ा आदमी,
जीवन सीधा-सादा।
बचपन से ही संघर्षशील था,
उनका अटल इरादा ।।
३.
माँ स्वरूप रानी थी जिनकी,
पिता थे मोतीलाल ।
फूल गुलाब का जिन्हें प्रिय था,
प्यारे बाल गोपाल ।।
४.
अधिकारों का हक़ है जन्मसिद्ध,
लेंगे हम आज़ादी।
जन-जन में यह अलख जगाई
लाल-पाल का साथी।।
५.
विद्यावती माता थी जिनकी,
किशनसिंह पिता किसान ।
वीर भगत भारत माता का,
हँस कर हुआ कुरबान ।।
उत्तर :
१. महात्मा गाँधी
२. लाल बहादुर शास्त्री
३. पंडित जवाहरलाल नेहरू
४. बाल गंगाधर तिलक
५. शहीद भगतसिंह