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बेकार जीवन / बेढब बनारसी
Kavita Kosh से
जीवन में मैं कुछ कर न सका.
देखा था उनको गाड़ी में
कुछ नीली नीली साड़ी में
वह स्टेशन पर उतर गईं
मैं उनपे थोड़ा मर न सका.
महिलाओं की थी भीड़ बड़ी
गगरा-गगरी थीं लिए खड़ी
घंटों मैं कलपर खडा रहा
फिर भी पानी मैं भर न सका.
सिनेमा तक उनका साथ किया
मैंने उनका भी टिकट लिया
भागीं मेरा भी टिकट लिए
मैं जा सिनेमा भीतर न सका.
वह गोरी थीं, मैं काला था
लेकिन उनपर मतवाला था
मैं रोज रगड़ता साबुन --
पर,चेहरे का रंग निखर न सका
अंग्रेजी ड्रेस उनको भाया
इसलिए सूट भी सिलवाया
सब पहन लिया मैंने लेकिन
नेकटाई-नाट सँवर न सका
सीधे रण में बढ़ सकता हूँ
फाँसीपर मैं चढ़ सकता हूँ
पर बेढब तिरछी चितवन के --
सम्मुख यह ह्रदय ठहर न सका.