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बैल बियावै, गैया बाँझ / 6 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
Kavita Kosh से
शेरें कहलकै-
जहिया सेॅ आदमी माँसाहारी होलै
तहिया से जंगल के कुछ जानवर
शाकाहारी होय गेलोॅ छै।
अनुवाद:
शेर ने कहा-
जब से आदमी माँसाहारी हुआ
तब से जंगल के
कुछ जानवर शाकाहारी हो गये हैं।