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भविष्यवाणी जैसा कुछ / शी लिज़ी / सौरभ राय

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गाँव के बुज़ुर्ग कहते हैं
मैं अपने जवान दादा जैसा दिखता हूँ
मैं नहीं जानता
मग़र उन्हें बार-बार सुनकर
विश्वास होने लगा है
कि मेरे दादा से मिलते हैं
मेरे चहरे के हाव-भाव
मेरा मिजाज़, मेरी आदतें
मानों मैं और वे एक ही गर्भ से जन्मे हों

उन्हें लोग ‘बाँस का खम्भा’ बुलाते थे
मुझे ‘कपड़ों का हैंगर’ कहकर पुकारते हैं
वे अन्तर्मुखी थे, अपनी भावनाओं को छुपाते
मैं थोड़ा चापलूस किस्म का इनसान हूँ
वे पहेलियाँ सुलझाते थे
मुझे पूर्वाभास पसन्द है

१९४३ के पतझड़ में जापानी हैवानों ने हमला किया
और दादाजी को ज़िन्दा जला दिया
वे तेईस साल के थे।
इस साल मैं हो रहा हूँ
तेईस का।

मूल चीनी भाषा से अनुवाद : सौरभ राय