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भूलता नहीं पर पानी / नंदकिशोर आचार्य
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भूल जाना सभी कुछ
आकाश जैसे
बादलों को भूल जाता है।
भूलता नहीं पर पानी
फिर-फिर लौट आता है
फिर से उमड़ने-घुमड़ने के लिए
उस आकाश में।
(1992)