भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

भोजपुरी के दुर्भाग्य / मनोज भावुक

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

राउर चिट्ठी पढ़ के
मन बहुत खुश भइल।
रउरा जापान में वैज्ञानिक बानी।

जापान जाके भी,
रउरा भोजपुरी याद बा?
लोग त दिल्ली जाते
भोजपुरी भुला जाला!

रउरा वैज्ञानिक बानी,
माडर्न टेक्नोलाजी के विद्वान
तबो रउरा भोजपुरी याद बा?
लोग त चपरासी बनते
भोजपुरी भुला जाला।

पता ना ई लोग

अपना माई-बाप के
कइसे याद रखत होई?