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मँड़वा में अइलें राम जी इहों चारो भइया / महेन्द्र मिश्र
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मँड़वा में अइलें राम जी इहों चारो भइया
हाय रे सँवरियो लाल।
अंगना भइलें उजियार हाय रे संवरियों लाल।
नेगचार मांगे रामा राम जी के भइया हाय रे संवरियो लाल
अंगना धरेलें अँचरा मोर हाय रे संवरियो लाल।
छोटे-छोटे दूलहा राम छोटे-छोटे बहियाँ हार रे संवरियो लाल।
छोटे देबों अंगूठी गढ़ाय हाय रे संवरियो लाल।
कहत महेन्द्र भरी देखली नयनवाँ हाय रे संवरियो लाल
सीया जी के बाढ़ो ई सोहाग हाय रे सँवरियो लाल।