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मने जन्मदिन / राजनारायण चौधरी

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मने जन्म-दिन मेरा!
फूलों से मह-मह-मह करते
हैं घर-आँगन सारे,
नीले-पीले लाल, बैंगनी
लटक रहे गुब्बारे।

जगमग-जगमग करे रोशनी,
भागा दूर अँधेरा!

नए-नए कपड़ों में नन्हा
राजकुंवर मैं लगता,
दिल में रह-रहकर खुशियों का
जलतरंग है बजता।

लगे आज घर-आँगन ने भी
मधुर-मधुर स्वर छेड़ा!

कुंकुम-रोली का टीका
मेरे माथे पर सोहे,
रंग-बिरंगी लटकी झालर
सबके मन को मोहे।

दे-दे मुझे बधाई सबने
चूमा माथा मेरा!

मोमबत्तियाँ और केक
लेकर पापा हैं आए,
मिठाइयों से भर-भरकर
मम्मी ने थाल सजाए।

कलाकंद, बरफी, चमचम हैं
है रसगुल्ला-पेड़ा!