Last modified on 21 सितम्बर 2010, at 21:41

मन मरन समय जब आवेगा / जॉन क्रिश्चियन

मन मरन समय जब आवेगा।
धन सम्पत्ति अरु महल सराएँ, छूटि सबै तब जावेगा ।।
ज्ञान मान विद्या गुन माया, केते चित उरझावेगा ।।
मृगतृष्णा जस तिरषित आगे, तैसे सब भरमावेगा ।।
मातु पिता सुत नारि सहोदर, झूठे माथ ठहावेगा ।।
पिंजर घेरे चैदिस विलपे, सुगवा प्रिय उड़ जावेगा ।।
ऐसो काल समसान समाना, कर गहि कौन बचावेगा ।।
जॉन ‘अधमजन’ जौं विश्वासी, ईसू पार लगावेगा ।।

श्रीवेंकेटेश्वर-समाचार दैनिक के (मार्गशीष 1990 विक्रमी, शुक्रवार) अंक से उद्धृत