भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मसखरों की पहचान में कुछ पंक्तियाँ-1-4 / उदय प्रकाश

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

1

मसखरे
एक दूसरे के प्रति
बहुत गम्भीर होते हैं

2

मसखरे जो होते हैं
उन्हें लोग मसखरा ही कहते हैं
लेकिन मसखरों के नाम भी होते हैं
और वे आपस में उन्हीं का इस्तेमाल करते हैं

3

मसखरे ही कर सकते हैं
मसखरों का सही मूल्यांकन

4

मसखरे
दूसरों के सामने कभी हँसते नहीं हैं
हँसना उनके पेशे के चीज़ है
जिसका उपयोग वे
किसी मक़सद से करते हैं