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महापंत ने कहा / हम खड़े एकांत में / कुमार रवींद्र

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महापंत ने कहा –
प्रजाजन ‘डिजिटल’ हो जाओ

रुपया-पैसा मिथ्या हैं
उनसे मत ज़ेब भरो
‘क्रेडिट कार्ड’ का मंतर साधो
उसको हृदय धरो

कैश-बैश का
चक्कर त्यागो
‘बिनु गथ’ सुख पाओ

अच्छे दिन आने वाले हैं
चिंताएं छोडो
रुपये-रुपये का हिसाब
मत ऊँगली पर जोड़ो

नहीं मिली रोटी
तो क्या है
‘केक-पाव’ खाओ

‘मोबाइल’ पर सारी दुनिया
मुट्ठी में होगी
सबको रास आयेगा वह
हो भोगी या जोगी

पुरखों वाले
गये वक्त की
मत महिमा गाओ