भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
माया के नगरिया में लागल बा बजरिया / महेन्द्र मिश्र
Kavita Kosh से
माया के नगरिया में लागल बा बजरिया ऐ सोहागिन सुनऽ।
चीझवा बिकाला अनमोल ए सोहगिन सुनऽ।
कवनो सखी घूमि-फिरि मोरेली नजरिया ए सोहागिन सुनऽ।
कवनो सखी रोवे मनवाँ मार ए सोहागिन सुनऽ