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मा : दो / कृष्णकुमार ‘आशु’

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इस्कूल नीं जाण सूं
नाराज हुई मा
रीस में
मारयो चींपियो
दर्द तो म्हारै हुयौ
पण रोई मा
घणी देर तांई
मा नै
क्यूं हुयौ दर्द ?