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मुकरी-2 / राहुल शिवाय

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पल मेॅ रूठै, पल मेॅ मानै
उहे करै जे मन मेॅ ठानै
मातुर दिल के लागै सच्चा
के सखि साजन? नै सखि बच्चा

चालोॅ से जें चाल मिलाबै
अंगोॅ सेॅ जें अंग लगाबै
करै बोल सेॅ सबकेॅ घायल
के सखि साजन? नै सखि पायल

कानोॅ लग जें गीत बजाबै
हमरा सौंसे रात जगाबै
जाने नै प्रेमोॅ के अक्षर
के सखि साजन? नै सखि मच्छर

रात-रात भर काम करै छै
दिन भर जें आराम करै छै
डरै सूर्य सेॅ छै बेचारा
के सखि चंदा? नै सखि तारा

स्वीटर, गलमाछी पहनाबै
आगिन आगू मेॅ बैठाबै
दाँत डोॅर सेॅ पढ़ै पहाड़ा
के सखि मम्मी? नै सखि जाड़ा