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मुझसे किसी ने प्यार नहीं किया / मैरी एलीज़ाबेथ कोलरिज / आनन्द कृष्ण

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मुझसे किसी ने प्यार नहीं किया
किन्तु पीड़ा ने किया ।
वह मेरे जन्म से मेरा साथ गहे है ।
वह ईर्ष्यालु चोर
जिसने पहले मेरे खिलौने चुराए
और फिर छोड़ दिया मुझे मेरी रिक्तता के साथ ।

मेरे बाग में चहकती चिड़ियाँ
उसकी अन्तहीन कराहों से डरती हैं ।
उसने मुझसे मेरी मुहब्बत छीन ली जब मुझे उसकी ज़रूरत थी ।
और फिर छोड़ दिया मुझे एकाकी ।

ओ मेरे पीड़ा ! मैं तुझसे नाराज़ हूँ, पर
मेरे पास वक़्त नहीं बचा है तुझसे नफ़रत करने का ।
तेरी बलिष्ठ बाँहों में जकड़ कर क़ैद हुई मैं
प्रेम नहीं, बस तुझे ही चाहती हूँ ।