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मुहाने पर नदी और समुद्र-4 / अष्टभुजा शुक्ल
Kavita Kosh से
नदी की
सतह को
चीरती हैं नौकाएँ
अन्तस् में
तैरती हैं मछलियाँ
नदी के
धरातल में
कचोटते हैं ककरहे और घोंघे और सीपियाँ
समुद्र की
सतह पर
घूमते हैं नौसैनिक, मछुवारे और जलदस्यु
अन्तस् में
हहराती है बाडवाग्नि
ऊभ-चूभ करते हैं कछुए और डॉल्फिन और तिमिङ्गल
जबकि धरातल में
जमा रहते हैं रत्न