भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मूंगफली / दिनेश बाबा

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

देस में सगरो पैलोॅ जाय छै
बिला हिचक ई खैलोॅ जाय छै
सस्ता, सेहतमंद छिकै ई
माटी तरोॅ के कंद छिकै ई
मूंगफली चिनियां बादाम
सफर में बड्डी दै छै काम
औंघी सचमुच झाड़ी दै छै
नीनों तुरत उखाड़ी दै छै
बच्चा-बुतरू केरोॅ मिठाय
बुढ़वा तक रोॅ जी ललचाय
फोड़ोॅ, छीलोॅ, रस्ता काटोॅ
मूं में राखी नीमक चाटोॅ