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मेरी छत्रसाल राजन कौ बनरा क्या क्या मारे. / बुन्देली
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बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
मेरी छत्रसाल राजन कौ बनरा क्या क्या माँगे रे।
बनरा हाथी मांगे हौदा उस पर अंकुश माँगे रे।
बनरा हाथी के बैठइया राजा राम माँगे रे।
बनरा घोड़ा मांगे पलैचा उस पर चाबुक माँगे रे।
घोड़न के बैठइया लाला लक्ष्मण माँगे रे।
बनरा ऊँट मांगे नौबद उस पर डंका माँगे रे।
बनरा ऊँटन के बैठइया लाला भरत माँगे रे।
बनरा मोट माँगे कार उस पर हार्न माँगे रे।
मोटर के बैठइया लाला शत्रुघ्न माँगे रे।