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मेरी पहेली बुझाओ / स्टीवन क्रायन / अनिल जनविजय

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मेरी पहेली बुझाओ !
निर्दयी बाज़ की तरह बहुत तेज़ समय है उड़ता
घायल होने पर आदमी, शायद ही घर आकर मरता
एक ताक़तवर हाथ समुद्र की लहरों को नियंत्रित करता
किसी झूठी बात पर जब उड़ाई जाती है हँसी, तो ऐसा तिरस्कार बड़ा दर्दनाक लगता
क्या रहस्यमय बन्धन इन सभी को जोड़े, बताओ
मेरी पहेली बुझाओ !

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय
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लीजिए, अब यही कविता रूसी अनुवाद में पढ़िए
                  Стивена Крейн
             Разгадай мою загадку

Разгадай мою загадку.
Часы - как ястребы, безжалостные, - быстро;
Кто ранен - редко дома умирает;
Могучая рука волненьем моря управляет;
Несправедливая насмешка больно уязвляет;
И все это таинственная связь соединяет.
Разгадай мою загадку.

Пер. Анатолия Кудрявицкого
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और अब पढ़िए अँग्रेज़ी में मूल कविता
            Stephen Crane
           Unwind my riddle.

Unwind my riddle.
Cruel as hawks the hours fly;
Wounded men seldom come home to die;
The hard waves see an arm flung high;
Scorn hits strong because of a lie;
Yet there exists a mystic tie.
Unwind my riddle.