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मेरे मुरगे / श्रीप्रसाद
Kavita Kosh से
मेरे मुरगे पानी पी
मेरे मुरगे खाना खा
मेरे मुरगे कुकुडूँ कूँ
उड़कर मुझसे दूर न जा
मेरे मुरगे के सिर पर
कलंगी है कितनी सुंदर
कितनी सुंदर पाँखें हैं
देखो तो इनको छूकर
मेरे मुरगे कुकुडूँ कूँ
कुकुडूँ-कुकुडूँ गीत सुना
मेरे मुरगे पानी पी
मेरे मुरगे खाना खा
मुरगा है यह बड़ा बली
सुंदर रंगरँगीला है
भूरी-भूरी पाँखें हैं
सिर पर बिलकुल पीला है
मेरे मुरगे ठुमुक-ठुमुक
अपना सुंदर नाच दिखा
मेरे मुरगे पानी पी
मेरे मुरगे खाना खा
साथ रहेंगे अब हम-तुम
साथ-साथ मैं खेलूँगा
तुम कुकुडूँ कूँ-कूँ करना
मैं गोदी में ले लूँगा
बैठा दूँगा तुझे वहाँ
जहाँ बड़ा गुड्डा रक्खा
मेरे मुरगे पानी पी
मेरे मुरगे खाना खा।