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मैंने नहीं दिया उपहार में शब्दकोश / मालचंद तिवाड़ी

हो सकते हैं थोड़े से
पुष्प की पंखुड़ियों जितने
या फिर अनगिनत
किसी महल में लगे पत्थरों जितने
शब्द-तुम्हारे और मेरे बीच ।

नहीं बनता पुष्प
न ही महल
ऐसे अर्थहीन शब्दों का हम क्या करें ?

इसी कारण
मैंने नहीं दिया उपहार में शब्दकोश तुम्हें
इसी कारण
मैं लौट आता हूं बहुत बार
अबोला तुम्हारे आंगन से ।

अनुवादः नीरज दइया