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मैं बे-कैद, मैं बे-कैद / बुल्ले शाह
Kavita Kosh से
मैं बे-कैद<ref>आजाद</ref>, मैं बे-कैद,
ना रोगी ना वैद।
ना मैं मोमन ना मैं काफर,
ना मुल्लाँ ना सैद।
चौहदीं तबकीं<ref>आसमान</ref> सैर असाडा,
किते ना होवाँ कैद।
खराबात<ref>पैदाइश</ref> में जात असाड़ी,
ना शोभा ना ऐब।
बुल्ला सहु दी जात पुछनै,
पै करे नपैद<ref>गुप्त, ना पैदा</ref>
शब्दार्थ
<references/>