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मैं ही तो हो गया होता हूँ शब्द / नंदकिशोर आचार्य


नहीं, कविता रचना नहीं
सुबूत है कि
मैं ने अपने को रचा है।

मैं ही तो हो गया होता हूँ शब्द
फुफकारते समुद्र में लील लिया जाकर भी
सुबह के फूल-सा खिल आता हुआ।

फूल में फूट कर
अपने को ही तो रच रहा होता है पेड़ !

अरे !
तो क्या तुम भी
मुझे रच कर ही
खुद को रच पाते हो ?

(1968)