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मैं / रोज़ा आउसलेण्डर
Kavita Kosh से
मैं हूँ
एक मूंगा
यादों के समुद्र में
और प्रतीक्षा करता हूँ
हवा की I
राजकुमारी
मछली
लिटा दो मुझे
और अपने कण्ठ को
यही था
मेरे नसीब में
मूल जर्मन भाषा से प्रतिभा उपाध्याय द्वारा अनूदित