मै कवि क्यों बना ?
परम पुनीत प्राच्य पथ-परिपंथियों के
परिमर्दनार्थ कभी पवि बनना पड़ा
राम की रुचिर रूप रेखा-रश्मि राशि द्वारा
रोते राहियों के लिए रवि बनना पड़ा।
छाई छिति छोर-छोर छल-छद्म-क्षपा छाँटने
को क्षपाकर की कभी छवि बनना पड़ा
कुटिल कुचालियो की कूट-नीति काटने को
काव्य की कृपाण ले के कवि बनना पड़ा।।