मोही तो भरोसो है / शिवदीन राम जोशी
मोहि तो भरोसो है, भरोसो हनुमान को |
आपनूं ही दास जानि, मेटो दुःख दर्द गम |
मोहि तो भरोसो है, भरोसो हनुमान को || मोहि ...
ज्ञान के निधान गुनी, गुनवान बिरबली |
किये काज रामजी के आपके समान को || मोहि...
एक हांक मारके जलाई लंक रावन की |
कछु अभिमान नहीं काम ना गुमान को || मोहि...
पूजत सकल जग देव सनमान करें |
ऐसो बलवान नाम रटू गुणवान को || मोहि...
दीनन के दुःख हरे संतन के काज करे |
कहूँ से ना डरे आप जानत जहान को || मोहि...
पायक हो रामजी के लायक हो बालासाब |
अंजनी के लाल हो सपूत सत्य ध्यान को || मोहि ...
जय-जय हनुमंत पंथ सारे ही सुपंथ |
आप सिवा कौन और जान पहचान को || मोहि...
केसरी के नंदन को वंदन हमेस करूं |
चन्दन सुगंध गंध गुण ज्ञान खान को || मोहि...
मेरी बेर देर क्यों है विनती सुनो तो मेरी |
भक्ति दान देवो मोहे थाम के उडान को || मोहि...
काम क्रोध लोभ मोह मद हूँ का नाश करो |
एक फूंक मार दूर करिहो तूफ़ान को || मोहि...
विनय शिवदीन दीन, हाथ जोर-जोर करे |
करि हो प्रकाश उर जैसे चाँद भान को || मोहि...
जानू नहीं हूँ अज्ञान, मैं तो हूँ गरीब नाथ |
आप जानो बलवंत लाभ और हान को || मोहि....