मो मन बसौ श्यामा-श्याम।
श्याम तन मन श्याम कामर, माल की मणि श्याम।
श्याम अंगन श्याम भूषण, वसन हैं अति श्याम।
श्याम-श्याम के प्रेम भीने, 'गोविंद जन भए श्याम॥
मो मन बसौ श्यामा-श्याम।
श्याम तन मन श्याम कामर, माल की मणि श्याम।
श्याम अंगन श्याम भूषण, वसन हैं अति श्याम।
श्याम-श्याम के प्रेम भीने, 'गोविंद जन भए श्याम॥