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यह कब कहा आसान है / सत्यम भारती

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यह कब कहा आसान है
जग जंग का मैदान है

छॅंट जायगा अँधियार यह
सूरज यहाँ द्युतिमान है

हिन्दी में हैं तुलसी बसे
हिन्दी में ही रसखान है

कह दो हमारा हौसला
मन में दबा तूफान है

जोड़ा है दिल,बाॅंटा नहीं
यह देश हिन्दुस्तान है