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यह भी तो सच है / विश्वासी एक्का
Kavita Kosh से
मैंने लोगों से सुना
धर्मशास्त्रों में भी पढ़ा
कि स्त्री
पुरुष की एक पसली से बनाई गई ।
स्त्री नौ महीने तक
उस अजन्मे को गर्भ में रखती है
अपनी सांसें बाँटती है
उसे गढ़ती है
अपनी हड्डी गला कर
ख़ुद कैल्शियम की गोली खाती है
पर वो गोलियाँ भी
कैल्शियम की कमी
कहाँ पूरी कर पाती हैं
यह भी तो सच्चाई है ।
और एक झूठ यह भी कि
औरतें अधूरी होती हैं ।