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युद्ध / आग्नेय
Kavita Kosh से
एक माँ
सुनकर
अपने बेटे की मृत्यु का समाचार,
जला देती है
दूसरी माँओं के बेटों को
अपने फूस के घर में
आए थे
जो अतिथि बनकर
उसके घर में