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यूँ तो उसने कुछ किया वादा न था / रंजना वर्मा
Kavita Kosh से
यूँ तो उसने कुछ किया वादा न था
पर न देगा साथ ये सोचा न था
आ गयी आकर अचानक ले गयी
मौत से यूँ तो कोई पर्दा न था
लोग तो थे साथ कितने ही मगर
कोई मेरे पास तक पहुँचा न था
सर्द रातें हैं सतातीं बेवजह
दिल हमारा इस कदर तन्हा न था
हर कदम हैं ख़ार घायल कर रहे
जिंदगी का रास्ता ऐसा न था
घेरतीं हैं स्याह काली बदलियाँ
आँधियों पर भी कोई पहरा न था
हैं सभी बेताब मंजिल के लिये
रास्ते में कोई भी ठहरा न था