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ये जो आँखों मे दर्द आया है / अनीता मौर्या

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ये जो आँखों मे दर्द आया है
ज़िन्दगी ने सबक सिखाया है

छोड़ कर सब चले गए मुझको,
साथ मैंने मेरा निभाया है

आज की शब हसीन गुज़रेगी
चाँद दरया में मुस्कुराया है

तेरी आमद की धुन जो गूँजी तो,
मेरे चेहरे पे नूर आया है

वो जो बेहद ज़हीन है लड़का
मेरा दिल उसने ही चुराया है*

क्या कहा, तुम मेरे दीवाने हो
वहम ने और दिल दुखाया है*

इश्क़ के ज़ाविये से जब देखा
मैंने उसको ग़ज़ल सा पाया है