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ये बच्चे / भावना मिश्र
Kavita Kosh से
ये बच्चे बारिश में भीगना चाहते हैं
उन बच्चों को बारिश में भीगना पड़ता है
ये बच्चे सड़कों पर अकेले घूमना चाहते हैं
उन बच्चों को सड़कों पर अकेले घूमना पड़ता है
ये बच्चे बहुत जल्दी बड़े हो जाना चाहते हैं
उन बच्चों को बहुत जल्दी बड़ा होना पड़ता है
ये बच्चे दूध नहीं पीना चाहते हैं
उन बच्चों को दूध मिलता नहीं पीने को
ये बच्चे स्कूल नहीं जाना चाहते हैं
उन बच्चों के नसीब में नहीं है स्कूल जाना
ये बच्चे पहनते हैं नए कपड़े
और खेलते हैं महंगे खिलौनों से
उन बच्चों को प्रतीक्षा करनी पड़ती है
इन बच्चों के कपड़ों के फटने की
और खिलौनों के पुराने होने की
ये बच्चे, उन बच्चों जैसे ही हैं
इच्छाओं से भरे