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रश्क़ कहता है कि उसका ग़ैर से इख़लास, हैफ़! / ग़ालिब
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रश्क कहता है के उस का ग़ैर से इख़्लास हैफ़
अक़्ल कहती है के वो बे-मेहर किस का आश्ना