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राजा दशरथ के चारो लाल दिन-दिन प्यारे लगे / बुन्देली
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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राजा दशरथ के चारों लाल दिन-दिन प्यारे लगें
अंगना में खेलें चारों भैया,
चलत घुटरुअन चाल, दिन-दिन प्यारे लगे। राजा...
खुशी भई है तीनऊ मैया।
दशरथ खुशी अपार, दिन-दिन प्यारे लगे। राजा...
गुरू की दीक्षा लेके उनने
मारे निशाचर तमाम, दिन दिन प्यारे लगें। राजा...
स्वयंबर भयो जनक नगर में
ब्याहे चारों-भाई, दिन-दिन प्यारे लगें। राजा...
ब्याह के आये अवध नगर खों
खुशी भये नर नारि, दिन-दिन प्यारे लगें। राजा...