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राजा राम यो समाज तमाम कर रा सै इन्तजार / अमर सिंह छाछिया

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राजा राम यो समाज तमाम कर रा सै इन्तजार
या जनता रही रुक्के मार।...टेक

गरीब तो गरीब ए होरा अमीर चढ़ता जा र्‌हा सै।
गरीबी खत्म करांगे यो झूठा इनका नारा सै।
इन नै ठोकर के आगे राखो सबका एक इशारा सै।
यो अमीर सुखी यो गरीब दुखी यो धक्के खा रा सै।
ना चालै चारा, यो फिरता मारा
या मुश्कल पडणी पार...

बिन रोजगार ना होवै गुजारा यो ए दुख देख्या।
राशन कोटा हरे पै होरा सै धोखा।
इस पीले कार्ड थारै तै लिकड़ै नहीं सोखा।
बी.एस.पी. के देयो बोट इबकै सै यो मोका।
फसल थारी म्हं पाणी लागै, हरे खेत म्हं जी सा लागै
या बी.एस.पी. बरसै मुसलाधार...

के जीणे म्हं जीणा म्हारा ये सारे धमकावैं सैं।
दहशत किसे की ना मानै आग तलक भी लावैं सैं।
इन गरीबां कै होवै कांड पड़ी लाश ये पावैं सैं।
गिरफ्तार भी ना करदे इन नै लापता बतावैं सैं।
ये भरै हां कौन्या, सरकार कै न्यां कोन्या
यो गया मुकदमा हार...

ठोकर लाग कै खुली चोन्द नारा भीम का लावांगे।
बहुजन समाज पार्टी के देवां बोट खुले इसम्हं आवांगे।
रिश्तेदारां धोरै जा कै उन नै भी समझावांगे।
अमरसिंह बड़सी का करै प्रचार उसनै भी बुलावांगे।
इनकी जमानत जब्त करांवां, बी.एस.पी. नै जितावां
इनकै दागैं गोली मार...।