भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

रातें हैं रातों का क्या? / बलबीर सिंह 'रंग'

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।

रातें हैं रातों का क्या?

कोई रात दूध की धोई
कोई रात तिमिर संग सोई
मावस को पूनम करने की
बातें हैं बातों का क्या है?
रातें हैं रातों का क्या?

एक रात मुस्कान सँजोती
दूजी रात, रात भर रोती
सौ-सौ रंग भरी रातों में
घातें हैं घातों का क्या है?
रातें हैं रातों का क्या?

महक रही रातों की रानी
करती ऋतुपति की अगवानी
पतझड़ पर पछतावा कैसा
तरु तो हैं पातों का क्या है?
रातें हैं रातों का क्या?