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रामदेवजी / निशान्त
Kavita Kosh से
करो हो रूणेचै तांई
जात्रा
जगावो हो जम्मा
राखो हो थेयी
पण थे ई
रामदेवजी रै दांई कदे
कीं राकस नै
ललकार्यौ है ?
लगाया है
अछूतां नै गळै
करी है
कीं रोगी-दोखी री
सेवा ?