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रिक्की और तोता / कमलेश द्विवेदी

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एक बार यों तोता बोला-
रिक्की दीदी-रिक्की दीदी।
एडमीशन करवा दो मेरा,
अब स्कूल चलूँगा मैं भी।

मुझको एक दिला दो बस्ता,
और दिला दो कई किताबें।
अच्छी-अच्छी ड्रेस सिला दो,
ला दो जूते और जुराबें।

हिंदी-गणित और अंग्रेजी,
सभी विषय मैं रट डालूँगा।
सबसे अच्छे नंबर लाकर,
दीदी तुमको दिखलाऊँगा।

रिक्की बोली-इसीलिए तू,
रट्टू तोता कहलाता है।
पढ़ता और समझता है जो,
बुद्धिमान वह हो जाता है।