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लंगूर की शादी / उमाकांत मालवीय
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शादी है लंगूर की,
दावत मोतीचूर की।
ऊदबिलाव बना सहबाला,
घोड़ा लाया टमटम वाला।
सेहरा सोहे, तन मन मोहे,
बाँकी शकल हुजूर की।
शादी है लंगूर की,
दावत मोतीचूर की।