Last modified on 12 मई 2013, at 01:36

लड़कियाँ / समझदार किसिम के लोग / लालित्य ललित

 
लड़कियां
समय से पहले
जवान दिख रही हैं
माँ बाप धृतराष्ट बने हैं
उनकी आंख में रतोंधी है
कम दिखता है...
लड़कियां
लड़कियों-सी रहीं नहीं
विज्ञापन की दुनिया का इश्तहार हो चली हैं
और
माँ-बाप इडियट बक्सा !
देखो
बाजार पट गया है
लुभावने इश्तहारों से
लड़कियां कहां हैं
वे तो
अब हो गई हैं
विज्ञापनी इश्तिहार