लड़कियों शस्त्र उठाओ / संगीता शर्मा अधिकारी
बचो, बचो लड़कियों बचो
बचो, बचो लड़कियों बचो
क्योंकि तुम्हारा बचना
बहुत जरूरी है तुम्हारा
इन वहशी दरिंदों से
इन राक्षसों से, जो ना सुनना नहीं जानते
जिनकी डिक्शनरी से
गायब हो गया है ये एक शब्द
जिनकी मां ने कभी उनके कानों में
घुट्टी की तरह नहीं घोला
ये एक शब्द
और जिनकी माओं ने
उनकी हर जिद के पूरा न होने के
अस्वीकार पर नहीं रखे कभी
उनके कान पर कभी चार।
बचो, बचो लड़कियों बचो
उन खरपतवारों से
जो तुम्हारे विशुद्ध संस्कारों में
लव जिहाद की फसलें बोते हैं
और उसकी खेती के संवर्धन से
लुप्त प्राय होती जा रही अपनी जाति को
बहुसंख्यक में शामिल करने के
हर संभव प्रयत्न करते हैं।
बचो, बचो लड़कियों बचो
खून के प्यासे इन राक्षसों से बचो
जो एक दिन नहीं तुम्हें ब्याहकर
हर दिन तुम्हारा खून पिएंगे
तिल - तिल कर
तड़पाकर तुम्हें मार डालेंगे।
बचो, बचो लड़कियों बचो
ऐसे धर्माधिकारियों से
ऐसे पैसों के पीरों से
जो धर्म परिवर्तन को ही मानते हैं
तुम्हारे प्रेम की प्रामाणिकता
जिन्हें तुम्हारे धर्म परिवर्तन किए बिना
नजर आता है तुम्हारे प्रेम में खोट
जिन्हें जिंदगी के हर पल पर
तुम्हें साबित करना होगा अपना प्रेम
और जो ताउम्र तुम्हारे प्रेम को
देखेंगे शक की निगाह से
बचो, बचो लड़कियों बचो
ऐसे जिहादियों से
जो तुम्हें लव शव का हवाला देकर
बरगला कर
तुम्हारे मन मस्तिष्क पर हावी होकर
तुम्हें ले जाएंगे सुदूर
और एक दिन तुम्हारी कनपटी पर रखकर बंदूक
तुम्हें सुला देंगे हमेशा, हमेशा के लिए मौत की नींद
बचो, बचो लड़कियों बचो
इन आतंकियों से
अगर तुम बचाए रखना चाहती हो
अपना, अपने परिवार का वजूद
बचो, बचो लड़कियों बचो
क्योंकि बचे रहना बहुत जरूरी है तुम्हारा।
इसलिए यही वक्त है कि
अपने हाथों से मोमबत्तियां छोड़
कैंडल मार्च पर निकलने से अच्छा है
जूडो कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल कर
ऐसे कई वहशी भेड़ियों के
फेस पर सीधा एक ज़ोरदार पंच दो
बचो, बचो लड़कियों बचो
इन आततायी दरिंदों से बचो
क्योंकि बचना बहुत जरूरी है तुम्हारा
तुम्हीं तो निर्मात्री हो
सृजनक्षम हो तुम
सृष्टि रचना का एक सार्थक कण तुम्हीं तो हो
तुम्हीं से वाबस्ता है ये सारी कायनात।
सबल, सक्षम, समर्थ बनो
और गिरियाना छोड़
रणचंडी सी मैदान में उतरो
सिसकना छोड़ शस्त्र उठाओ
और मर्दन करो ऐसे अनेक महिषासुरों का।
बचो, बचो लड़कियों बचो- शस्त्र उठाओ
क्योंकि बचे रहना-शस्त्र उठाना
बहुत जरूरी है तुम्हारा
क्योंकि बचे रहना- शस्त्र उठाना
बहुत जरूरी है तुम्हारा।